रायपुर- विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के हार के बाद कलह थमने का नाम नहीं ले रहा है. नेताओं में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है. ऐसे में कांग्रेस के पूर्व विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने भी कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इससे पहले पूर्व विधायक महंत राम सुंदर दास ने इस्तीफा दिया था.
बता दें कि, पूर्व विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने अपने इस्तीफा पत्र में लिखा है कि उपरोक्त विषयांतर्गत लेख है कि मैं मोहित राम, पाली तानाखार विधानसभा, क्षेत्र क्रमांक 23 से पूर्व विधायक एवं पूर्व उपाध्यक्ष, मुख्यमंत्री अधोसंरचना उन्नयन एवं विकास प्राधिकरण (राज्यमंत्री दर्जा) हूं. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता एवं समस्त पदों से अपना इस्तीफा दे रहा हूं.
लगाया था बड़ा आरोप
पाली तानाखार से पूर्व विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने नेताओं पर बड़ा आरोप लगाया था. उनका आरोप था कि, आदिवासी विधायकों को हारने का षडयंत्र किया गया है. पार्टी के अंदर के कुछ नेताओं ने मिलकर षड्यंत्र रचा है. केरकेट्टा ने कहा था कि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को भी गुमराह किया गया. बैज को चुनाव लड़ाने का काम षड्यंत्रकारियों ने किया है. केरकेट्टा ने अपने विधानसभा क्षेत्र पालीतानाखार में पीसीसी महामंत्री प्रशांत मिश्रा द्वारा पार्टी विरोधी काम करने का आरोप भी लगाया. वहीं बड़ी संख्या में सिटिंग विधायकों की टिकट काटने को भी नुकसान बताया है. पूर्व विधायक ने कहा था कि, पीसीसी में संगठनात्मक बदलाव की जरूरत है.
उन्होंने यह भी कहा था कि, इससे पहले भी कई विधायकों ने अपने ही पार्टी के नेताओं को टारगेट किया है. इन पूर्व विधायकों ने इशारों-इशारों में छत्तीसगढ़ के आला नेताओं को ही हार का जिम्मेदार बताया था.