रायपुर- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रायपुर के इंडोर स्टेडियम में आयोजित ‘विकसित भारत विकसित छत्तीसगढ़‘ कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ को सौर ऊर्जा का केंद्र बनाने हेतु सरकार के प्रयास पर भी प्रकाश डाला और राजनांदगांव जिले के 451 एकड़ बंजर भूमि में 907 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित 100 मेगावॉट एसी/155 मेगावॉट डीसी सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट जो रात के दौरान भी आसपास के क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति करने की क्षमता रखते हैं, उसे राज्य को समर्पित किया। साथ ही चरौदा-भिलाई में 280 करोड़ रूपए की लागत से 50 मेगावॉट रेलवे सोलर पावर प्लांट का लोकार्पण किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय थे। अध्यक्षता पर्यटन व संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल द्वारा की गई। कार्यक्रम में कृषि मंत्री रामविचार नेताम एवं राज्य के मुख्य सचिव अमिताभ जैन और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में आम नागरिक भी शामिल हुए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘पीएम-सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सरकार हर-घर को सूर्य घर बनाना एवं सरकार उपभोक्ताओं के बिजली बिल को शून्य करने का प्रयास कर रही है, जिसके अंतर्गत देश भर में एक करोड़ घरों को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि सरकार घर की छत पर सौर ऊर्जा पैनल लगाने के लिए मदद देगी एवं सीधे बैंक खातों में पैसा भेजेगी। इससे 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त मिलेगी और उत्पादित अतिरिक्त बिजली सरकार वापस खरीदेगी, जिससे परिवारों को हर वर्ष हजारों रूपये की आय होगी और स्थानीय स्तर पर रोजगार का अवसर भी मिल सकेगा। प्रधानमंत्री ने बंजर भूमि में छोटे पैमाने पर सौर संयंत्र स्थापित करने में किसानों की सहायता करके अन्नदाता को ऊर्जादाता में बदलने पर भी जोर दिया। आज जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है, वे छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए नए अवसर पैदा करेंगे।