रायपुर। छत्तीसगढ़ के लाल मेजर जनरल सुधीर कुमार शर्मा को गणतंत्र दिवस पर सेना पदक से सम्मानित किया गया। इससे पहले, उन्हें 2017 में विशिष्ट सेवा पदक और 2022 में सेना पदक से सम्मानित किया गया था। जनरल सुधीर पाटन से हैं और उनके माता-पिता अश्विनी कुमार मिश्रा चंपा बोरसी, दुर्ग में रहते हैं।
सुधीर शर्मा 1985 में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में और जून 1989 में भारतीय सेना में शामिल हुए। सात पदोन्नति के बाद, उन्हें दिसंबर 2021 में मेजर जनरल बनू। वर्तमान में जनरल सुधीर, आई आर आर पी एल (इंडो रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक हैं। आई आर आर पी एल भारत और रूस के बीच एक संयुक्त उद्यम है और उत्तर प्रदेश के अमेठी में ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के तहत भारत में ए के 203 असॉल्ट राइफलें बना रहा है।
इससे पहले जनरल सुधीर मेरठ में इन्फैंट्री डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग थे। 2017-20 में वह भारत और फ्रांस के बीच सैन्य संबंधों को देखने वाले रक्षा अताशे के रूप में तीन साल के लिए भारतीय दूतावास पेरिस में तैनात थे।
जनरल सुधीर एक हेलीकॉप्टर पायलट हैं और उन्होंने सियाचिन ग्लेशियर और कारगिल में सेवा की है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स ब्रिगेड और असम में आर्टिलरी ब्रिगेड की कमान संभाली। इन दोनों स्थानों में पदस्थापना के दौरान सुधीर शर्मा आतंकवाद विरोधी अभियानों में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने दिल्ली में सेना मुख्यालय में भी तीन बार सेवा दी है। यह छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है कि जनरल सुधीर को तीसरी बार सेना पदक से सम्मानित किया गया है।