रायपुर- कांग्रेस के पूर्व विधायकों के दिल्ली दौरे पर कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बयान दिया है. साथ ही भाजपा सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक को लेकर बीजेपी पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि, पार्टी में सभी की सुनवाई होती है. बृहस्पत सिंह को अवसर दिया गया था, उनकी बात सुनी गई, फिर कार्रवाई की गई. हाईकमान के पास अपनी बात रखने का अधिकार सबको है.
भाजपा मंत्रिमंडल में अब तक विस्तार नहीं हुआ है, इस मामले में सुशील आनंद ने कहा, पूर्ण बहुत के बाद भी भाजपा मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं कर पा रही थी. नए मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पा रहा है. वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा की गई, मुझे नहीं लगता सरकार 5 साल तक चल पाएगी.
कैबिनेट की बैठक में धान खरीदी के मूल्य पर कोई निर्णय नहीं लेने पर सुशील शुक्ला ने कहा कि, अपने घोषणा पत्र में भाजपा ने 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की बात कही थी. दिसंबर से ही माताओं-बहनों को 1 हजार रुपए प्रतिमाह देने की बात कही गई थी. कैबिनेट की पहली बैठक में इनमें से किसी भी मुद्दे पर चर्चा नहीं की गई. सरकार बनने के 24 घंटे बाद ही भाजपा ने वादाखिलाफी शुरू कर दी.
नेता प्रतिपक्ष के नाम को लेकर सुशील आनंद ने कहा, हाल ही में विधायक दल की बैठक हुई. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को चयन का अधिकार है. जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा.