कांकेर। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में कांकेर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर बहुत कम वोटों के अंतर से हारे. जिसे लेकर बीरेश ठाकुर ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बीरेश ठाकुर ने 4 केंद्रों के ईवीएम बदले जाने के आरोप लगाते हुए जिला कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर को ज्ञापन सौंपा हैं और चारों केंद्रों के ईवीएम की जांच की मांग की है. जिसमें बालोद विधानसभा के दो, गुंडरदेही के एक और सिहावा विधानसभा के एक केंद्र के ईवीएम की जांच की मांग की गई है.
बिरेश ठाकुर ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि मतदान के बाद जो ईवीएम के नंबर एजेंट को दिए गए थे. मतगणना के दिन वो नंबर बदल कैसे गए इसका जवाब निर्वाचन आयोग को देना होगा. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार जिस ईवीएम पर गड़बड़ी को आशंका हो उसकी जांच करवाई जा सकती है, इसलिए उन्होंने 4 ईवीएम जहां ईवीएम नंबर अलग-अलग रहे है उनके जांच के लिए आवेदन किया है. बीरेश ठाकुर ने तत्कालीन कांकेर कलेक्टर अभिजीत सिंह पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि 16वें राउंड के बाद 2 घंटे तक मतगणना का कोई अपडेट ही नहीं दिया गया. बीरेश ठाकुर ने कांकेर कलेक्टर के मोबाइल डिटेल जांच करने की भी मांग करते हुए कहा कि उन्हें ऊपर से फोन आने लगे थे. अगर उनके काल डिटेल की जांच की जाए तो सब साबित हो जाएगा.
इसके साथ ही बीरेश ठाकुर ने यह भी आरोप लगाया है कि कांग्रेस को हराने में अहम भूमिका रही है और इसलिए तत्कालीन कलेक्टर को आचार संहिता हटते ही प्रमोशन कर गृह और जेल विभाग का सचिव बनाया गया है.
1884 वोटों से हारे बीरेश ठाकुर
आपको बता दें कि कांकेर लोकसभा सीट से भाजपा ने भोजराज नाग को उम्मीदवार बनाया था और कांग्रेस ने बीरेश ठाकुर को उम्मीदवार बनाया था. चुनाव में भोजराज नाग को 5 लाख 97 हजार 624 वोट मिले और बीरेश ठाकुर 5 लाख 95 हजार 740 वोट मिले. चुनाव में भाजपा प्रत्याशी भोजराज नाग 1884 वोटों से जीतकर सांसद बन गए हैं.