रायपुर। छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग (CGPSC) के कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए आयोग के गठन पर रायपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा की पारदर्शिता पीएससी अभ्यर्थियों को रोजगार में लगाने की नहीं है. पीएससी देने में जिन लोगों की उम्र जा रही है, जिनका भविष्य है, उसे अंधकार में डालने का काम बीजेपी कर रही है.
रायपुर लोकसभा प्रत्याशी विकास उपाध्याय ने कहा कि 15 साल भारतीय जनता पार्टी की सरकार रही हमने भी पीएससी की लड़ाई लड़ी है. राज्य बनने के बाद कितनी पीएससी की परीक्षाएं होनी थी, और कितनी हुई और उन परीक्षाओं में कितना भ्रष्टाचार हुआ हमने देखा. उन परीक्षाओं में किन-किन लोगों के अपॉइंटमेंट हुए. अब जनता और परीक्षार्थी इन पर भरोसा करेंगे या नहीं यह तो बाद की बात है. उन्होंने देश में 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी. प्रदेश में क्या देश में भी उन्होंने काम शुरू नहीं किया.
महतारी वंदन योजना को लेकर विकास उपाध्याय ने कहा कि चुनाव से पहले कहा गया था हर एक महिला को ₹1000 की राशि दी जाएगी. अब तक एक परिवार के कई महिलाओं को पैसा नहीं मिला है. माता-बहनों में आक्रोश है, उन्हें छला गया है, धोखा दिया गया है, उन्हें झूठ बोलकर उनसे वोट लिया गया है. यह सच्चाई है कि उन्हें पैसा नहीं मिला. केवाईसी करने के लिए बैंकों में लंबी कतारे लगी.
उन्होंने कहा कि अब एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी लोगों से झूठ बोल रही है, उन्हें दिग्भ्रमित करने की कोशिश कर रही है, घर-घर जाकर फॉर्म भरा रहे हैं, पैसा कब आएगा चुनाव के बाद. सौ दिन हो गए आज तक पैसा नहीं आया है, और कितने लोगों को आया है वह भी नहीं पता. यह लोकसभा चुनाव का लालच है, उन महिला बहनों का वोट लेना है, फिर उनके पैसे के विषय में क्या होगा नहीं होगा. महतारी वंदन का पैसा नहीं दिया और जो 2500 रुपए बेरोजगारी भत्ता मिल रहा था, वह भी छीन लिया.