रायपुर- धर्म और संस्कृति को सहेज कर रखने के लिए अब छत्तीसगढ़ में कर्मकाण्ड, ज्योतिष विज्ञान और योगदर्शन में सर्टिफिकेट एवं डिप्लोमा कोर्स शुरू किए जायेंगे। यह निर्णय आज छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम् की बैठक के दौरान लिया गया। शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम् और राज्य ओपन स्कूल की साधारण सभा की बैठक ली।
छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम् की बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई एवं निर्णय लिए गए। राज्य में सभी जिलों में कक्षा 12 तक के शासकीय संस्कृत विद्यामण्डलम् के स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया। अभी तक राज्य में कुल 95 स्कूल हैं जिनमें से 1 शासकीय, 8 अनुदान प्राप्त और 86 निजी स्कूल है। विभाग की तरफ से नए स्कूल का प्रस्ताव रखा गया। जिस पर शिक्षा मंत्री ने निजी स्कूलों को अनुदान देकर बेहतर ढंग से संचालन के निर्देश दिए। जिससे सरकार को नवीन स्कूल बिल्डिंग निर्माण और उसके संचालन के लिए अतिरिक्त आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा।
शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कक्षा 1 से 4 तक मिलने वाले मानदेय 50 रुपए से बढ़ाकर 100 रुपए कर दिया है। इसके अलावा कक्षा 5 से 12 तक मिलने वाले मानदेय में भी 50 रुपए की वृद्धि के निर्देश दिए हैं।
विभाग द्वारा पुस्तक उपलब्ध कराने का प्रस्ताव रखा गया। जिस पर शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने ओपन स्कूल द्वारा उपलब्ध पुस्तकों को आधिकारिक मुद्रक से मुद्रित कराने के निर्देश दिए है। जिससे विभाग को पुस्तकों में करीब 30 प्रतिशत राशि की बचत होगी।
बृजमोहन अग्रवाल ने समाज में कर्मकाण्ड कराने वालों को सही शिक्षा देने के लिए कर्मकाण्ड, ज्योतिष विज्ञान और योगदर्शन में सर्टिफिकेट एवं डिप्लोमा कोर्स के शुरू करने के निर्देश दिए जिसका आगामी सत्र से ही संचालन शुरू हो जाएगा। विद्यामंडलम की परीक्षा संचालन में होने वाली परेशानी को देखते हुए शिक्षा मंत्री ने माध्यमिक शिक्षा मंडल के स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाने को कहा है।