गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही- जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही के स्थानीय बीजेपी के कार्यकर्ता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. दरअसल बीते दिन भाजपा के जिला कार्यालय के उद्धघाटन के दौरान गौरेला नगर पालिका अध्यक्ष गंगोत्री राठौर के साथ उनके पति गोवर्धन राठौर सहित 3 अन्य पार्षदों ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा. भाजपा में शामिल होते ही भाजपा के सक्रिय स्थानीय कार्यकर्ताओं ने विरोध जताते हुए जिलाध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा है.
स्थानीय कार्यकर्ताओं के भावना को व्यक्त करते हुए भाजपा के सह संयोजक प्रदीप जायसवाल ने कहा कि पिछले तीन सालों से कांग्रेस के अध्यक्ष और उनकी कार्यशैली का विरोध करते हुए हम लोग विपक्ष की सक्रिय भूमिका निभा रहे है. ऐसे में अब उनका कांग्रेस छोड़ भाजपा में आना हम लोगों के लिए तकलीफदायक है. हम कैसे जनता के सामने जाएं, इन लोगों ने मरवाही उपचुनाव में कांग्रेस की सत्ता होने के कारण सत्ता सुख लेने के लिए इन्होंने कांग्रेस का हाथ थमा था.
उन्होंने कहा कि पद पर रहते हुए जमकर बहुत सारे विधि विरुद्ध काम कराए गए थे, यही नही गौरेला नगर में लगाई स्ट्रीट लाइट और पोल लगाने में जमकर भ्रष्टाचार किया गया, जिसकी शिकायत नगरीय प्रशासन विभाग से गई थी, जायसवाल का कहा कि इस संबंध में एन्टी करपशन ब्यूरो को भी सूचना भेजी जा चुकी है. इसी कार्यवाही से बचने के लिए फिर से भाजपा में वापस आए हैं. इसका पुरजोर विरोध करते हुए हमने संगठन को ज्ञापन दिया है.
इस संबंध में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव से की गई चर्चा में उन्होंने बताया कि गौरेला नगर पालिका अध्यक्ष ने और अन्य लोगों ने री जॉइंनिग की है. इस मामले में जिलाध्यक्ष से जानकारी लेकर बाकी फैसला लेंगे. उनके खिलाफ हुई शिकायत पर कोई कार्रवाई होती है, तो उसके बाद फैसला लेंगे.