Headlines

प्रबोधन कार्यक्रम में बोले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला- विधायकों का सौभाग्य है कि उन्हें CG विधानसभा का सदस्य बनने का मिला मौका

रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा के 2 दिवसीय प्रबोधन सत्र का शुभारंभ हो चुका है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. इस दौरान उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत सहित अन्य विधायक भी मौजूद रहे.

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा, छत्तीसगढ़ प्रदेश सौंदर्य, आध्यात्मिक शांति का प्रतीक रहा है. प्रदेश छोटा है, लेकिन यहां विविधता है. यहां का लोकाचार पूरे देश को प्रभावित करता है. विधायकों का सौभाग्य है कि, यहां की विधानसभा का सदस्य बनने का मौक़ा मिला है. मुझे विश्वास है कि जनता ने जिस भरोसे से उन्हें चुना है, सभी विधायक उन भरोसे पर खरा उतरेंगे.

आगे उन्होंने कहा, प्रबोधन कार्यक्रम में संसदीय कार्यों को जानते हुए संवैधानिक दायित्वों को निभाते हुए ज़िम्मेदारियों को पूरा कर सकें ये सीखने मिलेगा. इस विधानसभा का सौभाग्य है कि, यहां के अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह जो तीन बार के मुख्यमंत्री रहे उनके अनुभवों का लाभ मिलेगा. यहां के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय केंद्र में मंत्री रहे हैं, उनके अनुभवों का भी लाभ मिलेगा.

⁠राज्य के विकास के लिए सदन में बनने वाली नीति बनाते समय विधायकों से होने वाली चर्चा होगी. भारत में लोकतंत्र बहुत पुराना है. हमारी कार्यशैली में लोकतंत्र हमारे जीवन का हिस्सा रहा है. पूरी दुनिया में हमारी संसदीय लोकतंत्र में हमारी प्रतिष्ठा बढ़ी है. आज़ादी के बाद से अब तक 18 से ज्यादा देश का आम चुनाव और तीन सौ से ज़्यादा विधानसभा के चुनाव हुए हैं. सत्ता का हस्तांतरण सामान्य ढंग से हुआ है.

⁠छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के साथ ही यहां की समृद्धि बढ़ी है. सरकार किसी की भी हो विधानमंडल एक ऐसा मंच है, जहां किसी भी दल का विधायक चाहे सत्तापक्ष का हो या विपक्ष का अपने क्षेत्र की बात को मज़बूती से रखता है. जनता की भावनाओं को रखता है. गर्भगृह में आकर सदस्यों का निलंबन होना यहां की अच्छी परंपरा है. जब सामूहिक हित की बात हो तो सभी दलों को एक समूह में काम करने की ज़रूरत है. देश में जब ऐसे विषय आते हैं, हम सामूहिकता के साथ खड़े होते हैं. सर्व सम्मति से फ़ैसले लेते हैं. विधान मंडल के भीतर प्रदेश के विभिन्न मुद्दों पर बेहतर चर्चा हो.

विधानसभा के अध्यक्ष से भी आग्रह करता हूं कि जितनी भी महत्वपूर्ण चर्चा है उसका डिजिटलाइजेशन कर दें. दो दिनों तक जो प्रबोधन कार्यक्रम चलेगा उस पर डिटेल में चर्चा होगी. नये पुराने सभी विधायकों से आग्रह करता हूं कि, सदन में ज़्यादा से ज्यादा बैठे. मेरा मानना है कि, जो विधायक सदन में ज्यादा देर तक बैठता है वह अपनी बात प्रभावी ढंग से रख पाता है. मेरा यह भी मानना है कि हम नई तकनीक के ज़रिए अपनी क्षमता को बढ़ाये।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *