रायपुर। …यूं तो कलेक्टर का काफिला जब निकलता है, तो शायद ही कभी बीच सड़क पर अचानक से रूकता है। लेकिन, देर शाम राजधानी में रायपुर कलेक्टर गौरव सिंह की दरियादिली ने राजधानीवासियों का दिल जीत लिया। दरअसल हुआ यूं कि कलेक्टर अधिकारियों के साथ शहर के इंस्पेक्शन के लिए निकले थे। रायपुर रेलवे स्टेशन से करीब जब उनका काफिला गुजर रहा था, तभी अचानक से उनकी नजर दर्द से कराहते युवक पर पड़ी। जख्मी युवक को देख मानवीयता का परिचय देते हुए कलेक्टर ने तुरंत अपनी गाड़ी रुकवायी और घायल युवक के पास पहुंच गये।
युवक का पैर बुरी तरह से जख्मी था, जिसके बाद कलेक्टर ने खुद की गाड़ी में रखी मेडिकल कीट को निकाला और घायल युवक का इलाज शुरू कर दिया। बीच सड़क पर कराहते रफीक के लिए फरिश्ता बने कलेक्टर डॉ गौरव को देख लोग भी हैरान थे। दरअसल घायल रफीक को किसी बाइक से टक्कर मार दी थी, जिसकी वजह से वो चोटिल हो गया था। दर्द से कराहते रफीक को कलेक्टर ने अपने वाहन से फर्स्ट एड बॉक्स निकाल कर उसे दवाई दी और उनसे एंबुलेंस या अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत के बारे में पूछा।
मरहम पट्टी के बाद रफीक ने अपने साधन से घर जाने की बात कहीउसके बाद कलेक्टर अपने अगले पड़ाव की ओर रवाना हुए। कलेक्टर की संवेदनशीलता को रफीक व स्थानीय लोगों ने खूब सराहा। ज्ञात हो कि आज ही कलेक्टर के निर्देश पर सभी अधिकारियों के वाहन पर फर्स्ट एड बॉक्स रखने की शुरुआत स्वास्थ विभाग ने की है ।