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बस्तर के कार्यकर्ता सिर पर कफन बांधकर करते हैं काम : मुख्यमंत्री साय

जगदलपुर- चिंतन शिविर और परिवर्तन यात्रा के बाद अब बीजेपी ने बस्तर से ही कार्यकर्ता सम्मान समारोह की शुरुआत की है। शनिवार को जगदलपुर में संभाग स्तरीय आयोजन किया गया। यहां मुख्यमंत्री साय ने कहा कि, बूथ से लेकर जिला स्तर के कार्यकर्ताओं को सैल्यूट करने हम आए हैं। नक्सल क्षेत्र में सिर पर कफन बांध कर बीजेपी के लिए आप काम करते हैं।

वहीं प्रभारी ओम माथुर ने कहा कि, लोकसभा की सभी 11 सीट पर भी अगर मुझे काम के लिए भेजना होगा तो मैं बस्तर के कार्यकर्ताओं को भेजूंगा। आप सभी बधाई के पात्र हैं। पहली बार छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने आदिवासी सीएम बनाया है। लोकसभा में भी इंडिया हो या घमंडिया किसी गठबंधन की नहीं चलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि, कांग्रेस ने 5 साल में एक भी मकान नहीं बनने दिया। हम मकान बनवा रहे हैं। सरकार के शपथ लेते ही 18 लाख आवास की स्वीकृति ले ली। 12 लाख से ज्यादा किसानों के खाते में करोड़ों की बोनस राशि डाली गई।PSC घोटाले की जांच भी CBI को सौंप दी गई है।

महिलाओं को साल में 12 हजार रुपए देने का वादा है, इसे भी पूरा करेंगे। तेंदूपत्ता का बोनस देंगे। भूमिहीन किसान मजदूरों को सरकार साल में 10 हजार रुपए देने का काम करेगी। मोदी की गारंटी में जो वादा था सभी को पूरा किया जाएगा।

छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रभारी ओम माथुर ने कहा कि बस्तर के कार्यकर्ताओं पर मुझे पूरा भरोसा है। लोकसभा की तैयारी के लिए भी बस्तर के कार्यकर्ताओं को पूरी 11 सीट पर भी भेजना पड़ा तो भेजेंगे। अब इंडिया हो, फिंडिया हो या कोई घमंडिया हो, किसी की नहीं चलेगी। पहले की सरकार सोचती थी, यदि हम रशिया जाएंगे तो चाइना क्या सोचेगा, चाइना जाएंगे तो जापान क्या सोचेगा, लेकिन मोदी जी सब जगह गए।

माथुर ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्र्पति ने कहा था कि यदि यूक्रेन रूस युद्ध को कोई शांत करवा सकता है तो वो सिर्फ मोदी है। रामलला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे, विरोधी कहते थे, तारीख बताओ हमने कह दिया 22 तारीख। मोदी जी कहते हैं न खाता हूं न खाने दूंगा, मैं कहता हू न बैठता हूं न बैठने दूंगा।

कार्यकर्ता सम्मेलन के जरिए इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों का शंखनाद किया गया। पार्टी सूत्रों की मानें तो यह सम्मेलन पहले रायपुर संभाग से शुरू होना था, लेकिन CM विष्णुदेव साय और प्रदेश अध्यक्ष किरणदेव ने कार्यक्रम में बदलाव किया और इसे बस्तर से शुरू करने की योजना बनाई।

साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बस्तर संभाग में भाजपा को करारी हार मिली थी। यहां की सभी 12 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने अपना कब्जा जमाया था। वहीं इस हार की वजह और साल 2023 विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए स्ट्रैटजी बनाने के लिए भाजपा ने बस्तर से ही चिंतन शिविर की शुरुआत की थी। जिसका फायदा मिला और 8 सीटों पर BJP ने वापसी की।

इसके अलावा विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने परिवर्तन यात्रा की शुरुआत भी बस्तर से ही की थी। मां दंतेश्वरी की नगरी दंतेवाड़ा से परिवर्तन रथ को रवाना किया गया था। भाजपा का यह परिवर्तन रथ प्रदेशभर से गुजरा था। बस्तर से शुरू हुई भाजपा की इस परिवर्तन यात्रा का फायदा पार्टी को मिला और प्रदेश में सरकार बदल गई।

बस्तर संभाग की दंतेवाड़ा, चित्रकोट, जगदलपुर, नारायणपुर, कोंडागांव, कांकेर, केशकाल और अंतागढ़ इन 8 सीटों पर भाजपा ने कब्जा जमाया है, जबकि भानुप्रतापपुर, बस्तर, बीजापुर और कोंटा सीट पर कांग्रेस ने अपना वर्चस्व जमाया है। कार्यकर्ता सम्मेलन में सभी जगह के कार्यकर्ता शामिल हुए।

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