रायपुर। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री व गृह मंत्री विजय शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा कर कई बड़े बयान दिए है। कोंडागांव में जवान के खुद को गोली मारने के मामले पर कहा कि हताहत होने वालों की विभाग से रिपोर्ट मांगी है, तनाव कम करने, सुरक्षा और आधुनिकीकरण के लिए विश्व स्तर पर निजी आवास की व्यवस्था की जा रही है। सरकार के माध्यम से अच्छी योजना लाएंगे। आरक्षक, सब इंस्पेक्टर और सभी को घर मिले, सभी उम्मीदें पूरी हो यह सरकार और विभाग ऐसा काम करेगी, ताकि जो दुर्घटना हुई है वह फिर ना हो।
बड़ी प्रशासनिक सर्जरी पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा – राज्य सरकार कई ऐतिहासिक काम करेगी, यह तो प्रशासनिक फेरबदल है, व्यवस्थाओं के नाते होती है फेरबदल, काम दिखना चाहिए मसला यह है।
साल 2023 में अपराध के आंकड़े पुलिस विभाग ने जारी किए गए जिसपर गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा – अपराध और पोलिसिंग यह अनादि है और अनंत है, आज काम करने का अवसर मिला है, पूरी ताकत से इसमें काम करेंगे, आपको आपराधिक मामलों में कमी जरूर दिखेगी।
पुलिस विभाग की समीक्षा बैठक पर मंत्री शर्मा ने कहा – अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि जो दर्द मैने श्री नारायण अस्पताल व अन्य स्थानों पर जाकर देखा है, वह शारीरिक भी है और परिवार का भी दर्द है। इस दर्द का हिसाब लेना होगा और लिया भी जाएगा। अधिकारीयों के पास 30-40 साल का वक्त है पर मेरे पास 4 साल का वक्त है, इसलिए काम की रफ्तार बढ़नी चाहिए।
सूखे नशे के खिलाफ कार्रवाई वाले सवाल पर विजय शर्मा ने कहा – सुखा नशा के लिए अलग सेल बनाकर काम करेंगे, कोशिश यह होगी कि पूरी चैन को ध्वस्त किया जाए, पूरी ताकत से कार्रवाई की जाए, जड़ मूल से विषय को खत्म किया जाए।
प्रशासनिक कसावट का असर योजनाओं पर वाले सवाल पर विजय शर्मा ने कहा- 18 लाख आवास बनने में समय लगेगा, नई सरकार ने प्रस्ताव रखा था, राज्य सरकार ने CBI को पुनः अनुमती देते हुए कार्रवाई करने के लिए कहा है, मुख्यमंत्री ने भी धान पर स्पष्ट कहा है की 3100 रुपए भुगतान करेंगे, मोदी की गारंटी है और इसे पूरी करेंगे।
पुलिस विभाग द्वारा साल 2023 में अपराध के जारी किए गए आंकडों पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा – कि अपराध और पोलिसिंग अनादि है, और अनंत है। आज काम करने का अवसर मिला है. पूरी ताकत से इसमें काम करेंगे. आपको कमी जरूर दिखेगी. वहीं बड़ी प्रशासनिक सर्जरी पर गृह मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कई ऐतिहासिक काम करेगी. यह तो प्रशासनिक फेरबदल है। व्यवस्थाओं के नाते फेरबदल होती है. काम दिखना चाहिए मसला यह है।