रायपुर। छत्तीसगढ़ के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद खाली हुई उनकी रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट के उपचुनाव का नतीजा भी उनके मन के मुताबिक ही आया है। स्थानीय भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के भारी विरोध के बावजूद उन्होंने सुनील सोनी को अपनी गारंटी में टिकट दिलाया था। परिणामतः सुनील सोनी 46 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज कर गए और कांग्रेस को फिर करारी हार का सामना करना पड़ा। इस नतीजे को बृजमोहन का जादू कहा जाना गलत नहीं होगी।
सरकार को राहत...
रायपुर दक्षिण उप चुनाव में सुनील सोनी का 46 हजार मतों से जितना भाजपा सरकार के लिए भी किसी बड़े राहत से काम नहीं है। बीते 1 साल में सरकार ऐसा कुछ भी काम नहीं कर पाई की छत्तीसगढ़ की जनता उनके साथ अपना जुड़ाव बरकरार रख सके। परंतु रायपुर दक्षिण के इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी की जीत को सरकार विष्णु के सुशासन की जीत कहकर ही प्रचारित करेगी।
ब्राह्मणों ने बृजमोहन की गारंटी पर जताया भरोसा…
रायपुर दक्षिण विधानसभा में उप चुनाव घोषणा होने के बाद ब्राह्मण समाज ने कांग्रेस भाजपा दोनों दलों से ब्राह्मण प्रत्याशी की मांग की थी। जिसके बाद कांग्रेस ने आकाश शर्मा के रूप में ब्राह्मण प्रत्याशी दिया वहीं भाजपा ने बृजमोहन अग्रवाल की पसंद को तरजीह देते हुए पूर्व सांसद सुनील सोनी को टिकट दी और उनकी जिताने की गारंटी को स्वीकार किया।
चुनाव के दौरान ऐसा माहौल बनाने की कोशिश हुई कि ब्राह्मण एकजुट होकर कांग्रेस प्रत्याशी को वोट देंगे। परंतु ब्राह्मण समाज में जबरदस्त दखल रखने वाले बृजमोहन अग्रवाल ने सारा समीकरण उलट दिया और सुनील सोनी के पक्ष में ब्राह्मण समाज को काफी हद तक लाने में सफल हुए।
कांग्रेस के काम न आया मुस्लिम वोट बैंक…
इस चुनाव में मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों से भी वोट बहुत कम पड़े थे। ऐसा माना जाता है कि मुस्लिम वोट कांग्रेस को ही मिलते है। परंतु इस चुनाव में बृजमोहन ने अपनी खास रणनीति के तहत मुस्लिमों को साध लिया। परिणामतः मुस्लिमों के वोटों का उपयोग इस बार कांग्रेस को जिताने में नहीं किया जा सका।