जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में गौवंश तस्करी के खिलाफ पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए ऑपरेशन शंखनाद की शुरुआत की है. इस अभियान के तहत जशपुर जिले के रास्ते से झारखंड होते हुए पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तक की गौवंश तस्करी को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं. इस ऑपरेशन में अब तक 13 पिकअप वाहनों को राजसात किया गया है, जिनकी कुल कीमत 2 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है. यह पहली बार है जब प्रदेश में मवेशी तस्करी के वाहनों को राजसात किया गया है. कलेक्टर रवि मित्तल ने इन वाहनों को राजसात करने के आदेश जारी किया है.
गौवंश तस्करी में 36 प्रकरणों में 43 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के मार्गदर्शन में जनवरी 2024 से अब तक गौ-तस्करों के विरूद्ध विशेष अभियान चलाकर कुल 36 प्रकरणों में 43 आरोपियों को गिरफ्तार कर 431 गौवंशों को तस्करी होने से बचाया गया. गौ तस्कर तस्करी करने में पीकअप वाहन और ट्रक का प्रयोग करते है. इस दौरान लगातार पुलिस कार्रवाई में तस्करों से कुल 26 वाहन को जब्त किया गया है. जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 2 से 2.5 करोड़ रुपये है. जब्त किये गए वाहनों में अधिकतर वाहन झारखंड के हैं.
7 अगस्त 2024 को पुलिस अधीक्षक, अति. पुलिस अधीक्षक और 125 अधिकारियों की टीम ने सांईटांगरटोली में ऑपरेशन चलाया. इस दौरान 10 तस्कर गिरफ्तार किए गए और 67 गौवंशों को मुक्त कराया गया. एसपी ने जशपुर के द्वारा समस्त थाना और चौकी प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि इस प्रकार के अवैध गतिविधि में सम्मिलित व्यक्तियों के विरूद्ध कार्रवाई करें और उक्त कार्य में लगे व्यक्त्यिों के विरूद्ध निरंतर कार्रवाई जारी रहेगी.
गौवंश की रक्षा के लिए सरकार ने किए हैं कड़े प्रावधान – विजय शर्मा
गौवंश तस्करी में पुलिस की इस कार्रवाई पर डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने सराहना की है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा छत्तीसगढ़ में पशु तस्करी और क्रूरता नहीं चलेगी”. अकेले जशपुर जिले में पशु तस्करी के 10 प्रकरणों में 13 वाहन का राजसात. गौवंश की रक्षा के लिए विष्णुदेव सरकार ने कड़े प्रावधान किए हैं.